Friday, 1 January 2016

तुम भी जा रहे हो अब


सच  ही  कहा  है  किसी  ने ..
नहीं  यहाँ  किसी  का  ठिकाना

तुम  भी जा  रहे  हो  अब
करके  नया  एक  बहाना...

चाहा  उन्हें  शामो शेहेर
भूल  गए हम मुस्कुराना ..

तुम  भी जा  रहे  हो  अब
करके  नया  एक  बहाना...

तुम  भी जा  रहे  हो  अब
करके  नया  एक  बहाना...



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बदसुलूकी