Thursday, 2 February 2012

My Life is full of surprises ...3



कहते है न, जब बच्चा मुसीबत में होता है तो एक अंश जो कहीं छुपा जरूर है, पर हम सबसे अनजान नहीं है,उसे कैसे न कैसे एहसास हो जाता है,और वो किसी रूप में आकर,या किसी के जरिये आपकी मदद जरूर कर देता है..मुझे उस शक्ति पर अटूट विश्वास है,वरना मैं तो अपनी परछाई तक का यकीं नहीं करती हूँ.


 मैं  "  उससे  "  हां उससे ही..जिसका नाम भी मुझे नहीं पता,पहली बार वहाँ मिली, जहाँ से दुनिया के लाखों लोग गुजरा करते है,कौन सा रास्ता किसे कहाँ लेके जाता है ,क्या पता?
मैं कॉलेज से पैदल आ रही थी,और इसके बाद मेरे लिए रोड क्रोस करना,इतना हानिकारक साबित हो जायेगा इसका मुझे जरा सा अंदाजा भी नहीं था.


पहले तो मैं पूरे 15मिनट वहाँ खड़ी रही,के जैसे ही रोड जरा खाली हो जाएगी में क्रोस कर लूंगी,ऐसा करते -करते बहुत समय बीतता गया,और इत्तेफाक तो देखिये ,उसी दिन मुझे अकेले सफ़र करना था.


बार - बार घडी का समय देखे जा रही थी,आखिरकार,मैंने जरा सी हिम्मत करके कदम आगे बढ़ा ही लिया,उसके बाद क्या हुआ मुझे ?ये बात अब तक मेरे लिए एक रहस्य बनी हुई है,वैसे तो मुझे शोर सुनते ही उस माहोल से भाग जाने का मन करता था,पर उस दिन,मुझे न लोगो के चिल्लाने की आवाज ही सुनाई दी,न गाड़ियों का होर्न ही सुनाई दे रहा था,मैं बस एक जगह स्थिर सी खड़ी हो गयी थी.

होश तब आया ,जब किसी से अचानक से मेरा हाथ पकड़ा और रोड की दूसरी ओर लेकर मुझे दौड़ने लगा,मैं उसे देखने लगी की ,"क्या मैं इसे जानती हूँ?"

रोड की दूसरी ओर लाके मुझपे ऊची आवाज में बरस पड़ा,"तुम्हे मरने का शौक है क्या?कितने देर से पब्लिक तुम्हारी वजह से परेशान हो रही है,तुम्हे दिखाई नहीं देता.."


मेरे घबराहट के मारे आँखों से पानी आ गया.मैं उससे कहती भी तो क्या कहती,मुझे खुद नहीं पता था उस दिन मुझे हुआ क्या था.मुझे रोता देखकर, वो डर गया कहने लगा,"Oh Please don't cry ! police  वाला आ रहा है तुम इस तरह रोई,तो वो मुझे अन्दर कर देगा "
मैंने उसको थैंक्स कहा  ..
उसने कहा," Come on ,अब उदास मत हो,but be careful ओर एक ओर बात,मैं हर बार इसी रास्ते गुजरूँगा ये भी possible नहीं है(हँसकर),तो रोड क्रोस करना सीख लो.. "


मैंने (मुस्कुराकर) "  thanks again,nice to meet you ,बाय !! "   कहा फिर अपने रास्ते की ओर बढ़ गयी.. 



" किसने क्या खोया,किसने क्या पाया ?
अंधेरों में भी उसने मुझे उम्मीदों का दिखाया साया,
 मुश्किलों  में धुंधलाने लगे रास्ते
कोई मंजिल ना सूझी जब ..
एक नया साथी  बनाके खुदा ने  मुझसे उसे मिलवाया ! "


4 comments:

बदसुलूकी