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मोहब्बत में बेरुखी अपनाना,अलग बात है
नहीं करती शिकायत, ये अलग बात है...
नाराज़गी में मुस्कुराना,अलग बात है
हु खुद से खफा,ये अलग बात है...
यादो को भुलाना, अलग बात है
उसे कुछ याद नहीं ,ये अलग बात है...
मौसम का बदलना, अलग बात है
तुझे कदर नहीं,ये अलग बात है...
चोट खाकर संभालना, अलग बात है
रोज नज़रों से गिरना,ये अलग बात है...
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