Saturday, 29 June 2013

तक़दीर-ए-इश्क



तक़दीर-ए-इश्क में
ऐसे भी लोग होते है,
" जो ज़िन्दगी से जाते नहीं..
और मिल भी पाते नहीं... "


Friday, 14 June 2013

सुकून ..


Photo: < Pari >

सुकून सी कोई,
रात नहीं आ रही .......
क्या लिखू जब 

जेहेन में कोई ,
बात नहीं आ रही .......

इन खुशियों के पल में, जैसे एक गम है,

कैसे कहु,के उसकी 
याद नहीं आ रही ........ 
सुकून सी कोई रात
नहीं आ रही..

क्या लिखू जब
जेहेन में कोई
बात नहीं आ रही..

इन खुशियों के पल में,जैसे एक गम है ..

कैसे कहु के..
उसकी याद नहीं आ रही..

तसल्ली..???


रात भर रोते रहे ...
देकर एक तसल्ली इस दिल को
के "मुझे अब फरक नहीं पड़ता "


रोशनी है,अंधेरों में...

 
 
ख्वाब टूटकर ,आँखों से गिरने लगे थे..
गमों के बदल,जिंदगी में घिरने लगे थे..

तनहाइयों का दामन ,आज जो.. थामा मैंने,
कितनी रोशनी है,अंधेरों में ..आज जाना मैंने..
 
 

Friday, 7 June 2013

कहाँ ढून्दतें है ...


 
 
मोहब्बत में आसूं
बेसुमार टूटतें है
मानकर भी,मानते नहीं
वो ..इस तरह रूठतें है

तू है कहाँ, जाने हम ..
कहाँ ढून्दतें है
खो के तुझे ,तेरे कदमों के
निशा ढून्दतें हैं...
 
 
 

बदसुलूकी