Monday, 4 April 2016

तूने ज़िन्दगी


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गिर के जो संभले 
तो फिर न गिरना सीखा
बहुत कुछ सिखाया
तूने ए ज़िन्दगी

अपने जो बदले
खुद का हमसफ़र बनना सीखा
बहुत साथ निभाया
तूने ए ज़िन्दगी

साथ नहीं मिले
तो तनहा ही चलना सीखा
बहुत हौसला बढ़ाया
तूने ए ज़िन्दगी

हल नहीं मिले
तो मुश्किलों को लगे लगाना सीखा
बहुत कुछ समझाया
तूने ए ज़िन्दगी

मीट जायेंगे गिले
जिसने तूफा से आगे बढ़ना सीखा
बहुत कुछ बताया
तूने ए ज़िन्दगी



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